मानव संसाधन विकास

पर्यटन मंत्रालय का यह प्रयास रहा है कि गुणात्‍मक और मात्रात्‍मक दोनों तरीकों से पर्यटन और आतिथ्‍य उद्योग की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्‍त कार्यबल सृजित करने की क्षमता से युक्‍त आवश्‍यक अवसंरचनात्‍मक सहायता के साथ प्रशिक्षण और व्‍यवसायिक शिक्षा की एक प्रणाली स्‍थापित की जाए । इस समय 29 होटल प्रबंध संस्‍थान हैं जिनमें 21 केंद्रीय होटल प्रबंध संस्‍थान और 8 राज्‍य होटल प्रबंध संस्‍थान शामिल हैं । इसके साथ ही 5 भोजन कला संस्‍थान भी हैं । ये सभी मंत्रालय की सहायता से स्‍थापित किए गए हैं । इन संस्‍थानों की स्‍थापना आतिथ्‍य शिक्षा प्रदान करने/संचालित करने/आतिथ्‍य कौशलों में प्रशिक्षण प्रदान करने के विशिष्‍ट अधिदेश के साथ स्‍वायत्‍त सोसाइटियों के रूप में की गई थी ।

प्रशिक्षण कार्यक्रम

होटल प्रबंध केटरिंग और पोषाहार के क्षेत्र में प्रशिक्षण कार्यक्रम खाद्य विभाग, कृषि मंत्रालय के तहत वर्ष 1962 में भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए थे । आरंभ में नई दिल्‍ली, मुंबई, चेन्‍नई और कोलकाता में 4 होटल प्रबंध, केटरिंग तकनॉलॉजी और प्रयुक्‍त पोषाहार संस्‍थान स्‍थापित किए गए । आतिथ्‍य से संबंधित कला विषयों में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए देश के विभिन्‍न स्‍थानों में 12 भोजन कला संस्‍थान भी स्‍थापित किए गए । इस कार्यक्रम को अक्‍टूबर, 1982 में पर्यटन मंत्रालय को स्‍थानांतरित किए जाने के परिणामस्‍वरूप देश के तेजी से बढ़ रहे आवास और केटरिंग उद्योग की व्‍यवसायिक मानव संसाधन की आवश्‍यकताओं को ध्‍यान में रखते हुए विभिन्‍न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के फार्मेट को नई दिशा दी गई और इसका मॉडल पुन: तैयार किया गया । कार्यक्रम में प्रमुख जोर और संसाधनों का दोहन करने के उद्देश्‍य से पर्यटन मंत्रालय ने वर्ष 1982 में राष्‍ट्रीय होटल प्रबंध और केटरिंग तकनालॉजी परिषद (एनसीएचएमसीटी) की भी स्‍थापना की । शीर्ष स्‍तर पर परिषद की स्‍थापना करने का प्रमुख उद्देश्‍य था:

  • होटल प्रबंध और केटरिंग शिक्षा में समन्‍वित विकास पर सरकार को सलाह देना ।
  • आतिथ्‍य सेक्‍टर हेतु मानव संसाधन विकास के क्षेत्र में अंतर्राष्‍ट्रीय विकास को लागू करना, इकट्ठा करना एवं मिलान करना ।
  • उसके द्वारा संचालित परीक्षाओं हेतु निर्देश और अध्‍ययन के निर्धारित पाठ्यक्रमों और संस्‍थानों को संबद्ध करना । 
  • आतिथ्‍य प्रबंधन में शिक्षा और प्रशिक्षण को प्रदान करने के लिए संस्‍थानों हेतु अवसंरचना आवश्‍यकताएं एवं कोर्सों का मानकीकरण करना ।
  • संबद्ध संस्‍थानों में स्‍टाफ के सदस्‍यों हेतु शैक्षणिक और अन्‍य योग्‍यता, अनुभव आदि निर्धारित करना और संकाय विकास कार्यक्रम आयोजित करना । 
  • आतिथ्‍य और होटल प्रशासन में प्रमाण-पत्र एवं डिप्‍लोमा प्रदान करना । 

देश के आतिथ्‍य उद्योग के व्‍यापक विस्‍तार और आधुनिकीकरण के परिणामस्‍वरूप होटल प्रबंध और केटरिंग शिक्षा प्रोग्राम ने व्‍यापक लोकप्रियता हासिल की है और इन कोर्सों में दाखिल पाने के इच्‍छुक छात्रों के प्रोफाइल में भी बड़ा बदलाव आया है । इसके परिणामस्‍वरूप राष्‍ट्रीय परिषद द्वारा ऑफर किए जाने वाले कोर्स अंतर्राष्‍ट्रीय मानक के हैं जिनको आतिथ्‍य उद्योग ने मान्‍यता प्रदान की है । इस समय राष्‍ट्रीय परिषद के पाठ्यक्रमों का अनुसरण करने वाले 21 होटल प्रबंध संस्‍थानों सहित 41 होटल प्रबंध संस्‍थान और 05 भोजन कला संस्‍थान हैं ।

राष्‍ट्रीय परिषद की अपनी वेबसाइट है जिसे www.nchmct.org पर देखा जा सकता है ।

भारत सरकार पर्यटन मंत्रालय के कौशल विकास प्रयास को संचालित करने और उसकी निगरानी करने के लिए टास्‍क कोर्स

एचएसआरटी कार्यक्रम के तहत बाहर के उम्‍मीदवारों को लॉजिंग सुविधा